Monday 12 January 2015

Gorgon Nut - A Significant Nutraceutical


वैश्वीकरण के इस युग में विश्व में किसी कोने में उपलबध कोई गुणवत्तापूर्ण उत्पाद या उपयोगी उपागम अधिक समय तक लोग की नज़रो से ओझल नहीं रह  सकता है. उत्तर भारत के मिथला क्षेत्र की स्थिर पानी (Stagnant Water)  वाले हज़ारो जलाशयो  उपजने वाला मखाना एक एसी ही जलवनस्पति है जिसके खाद एवं औषधीय गुणों पर आज भारत सहित। जापान चीन एवं कोरिया जैसे देशो में विशद शोधकार्य सम्पन्न हो रह है। मखाना (Euryale Ferox Salibs . नामक). Nymphaeaceae अथार्त जलपरी (Water Lily)
कुल का जड़ा दृथ -उत्प्लावक (Rooted Floating)  जलतृण है जिसकी प्रवृत्ति मूलतः बहुवर्षीय (Perennial)  है परन्तु खेती के दौरान जलाशयों की तलहटी से बीजो को बुहारने के क्रम में काँटेदार पौधों को हटाने जाने के की आवशयकता के कारण इसे एक्वर्षीय (Annual) रूप में रखा जाता है।

                         खाद सुरक्षा की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए विश्व भर के वैज्ञानिक नई वनस्पतियो की खोज में लगे हुए है। अपने उत्तम गुणवत्ता वाले प्रोटीन एवं स्टार्च के कारण मखाना एक उत्तम खाद है एवं कई रोगो में गुणकारी होने के कारण इसे एक' खदौषादि' (Nutraceutical) की श्रेणी में रखा जा सकता है। वसा की नगण्य मात्रा से मोटापा से ग्रस्त लोगो हेतु उपयुक्त आहार बनाती है और विकसित देशो में इसके निर्यात की संभावना को बढाती है। इसके अतिरिक्त मखाना का  वाला  एवं इसके विभिन्न भागों में सुक्ष्म पोषक तत्वों एवं जैवरसायनो की उपस्तिथि के कारण इसे आयुर्वेद ,यूनानी एवं अन्य देशो की देशज चिकित्सा पद्धतियों में स्थान मिला हुआ है।

Visit www.gorgonnut.com

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