Sunday 18 January 2015

Benefits of Gorgon Nut


मखाना के बीच के अतिरिक्त पौधों के अन्य भाग भी  पौष्टिक गुणों से  सम्पन्न होते है जिसकी जानकारी नहीं रहने के कारण बिहार में अक्सर इसके पौधों को अवांछित समझकर मार्च अप्रैल में यू फेंक दिया जाता है। एक मखाने के पोधे को पूर्ण विकसित होने के लिए 5 वर्गमीटर के आसपास जगह की आवश्यकता होती है। इस हेतु पौधे की सघनता को काम करने हेतु उन्हें निकालना पड़ता है। यह आवश्यक है की मणिपुर की तर्ज पर मखाना के पौधे के विभिन्न भागो को सब्ज़ी के तरह व्यवहार में लाया जाय।
                                       
                                                 महिलाओ को प्रसवोपरांत दुर्बलता को दूर करने में इसकी विषेश भूमिका होती है। लखनऊ स्थित केन्द्रीय औषधि अनुसंधान में हुए एक शोध में इसमे (Immunostimulant) गुणों की उपस्तिथि की पुष्टि हुई है। नई दिल्ली  स्थित जामिया हमदर्द विश्वविघालय के पोषण वैज्ञानिको ने प्रसवोपरांत स्तनपान करने वाली महिलाओ हेतु एक Nutri Bar बनाया है जिसमे में मेथी ,बबूल के गोंद एवं सूखी अदरख़ (सोंठ ) के साथ मखाना को भी सम्मिलित किया जाता है।
                                                 
                                               मखाने में 78 प्रतिशत कार्बोहाईड्रेट मुख्यतः स्टार्च के रूप में उपस्तिथ होता है। इसके स्टार्च का परिमाण सूक्ष्तम् (1 से 3 माइक्रोन का )होता है। इसमे प्रोटीन की मात्रा 10 से 12 प्रतिशत तक होती है जिसमे आवश्यक अमीनो अम्लों का सूचकांक (Essential Amino Acid Index) 90 प्रतिशत के आसपास होता  जो इसे प्रोटीन गुणवत्ता के प्रसंग में मछली /मांस के समतुल्य स्थापित करता है। इसके अतिरिक्त के विभिन्न भागो में सूक्ष्म पोषक तत्वों की भी प्रचुरता होती है। इसकी रासायनिक प्राप्ति ( Chemical Store) 70 है ( इसके प्रोटीन में सबसे काम मात्र में उपस्थित एमिनो अम्ल का प्रतिशत - Requirement Pattern की तुलना में ) एवं जैविक मान ( Biological value) - 55 के आसपास है । इसका उर्जामान 328 किलो कैलोरी प्रति 100 gm (लावा में) होता है जबकि कच्चे बीज के खाध भाग का उर्जामान 362  किलो कैलोरी प्रति 100 gm । किसी भी खाध पदार्थ की भोज्य गुणवत्ता मापने का एक अन्य मानदंड [(अर्जिनिन + लाइसिन ) / प्रोलीन ] की उपस्तिथि का है । मखाना में यह अनुपात 4. 74 से 7. 6  पाया गया है जो इसे प्रोटीन गुणवत्ता में मछली के समतुल्य सिद्ध करता है ।        

For more information please visit www.gorgonnut.com                      

0 comments :

Post a Comment